पंचतंत्र की कहानी: बंदर और लकड़ी का खूंटा – bandar aur lakdi ka khunta पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua अरे हंस मेरी पत्नी को लेकर कहाँ जा रहे हो। एक वृद्धा थी, शारीरिक रूप से इतना वृद्ध हो जाने के बाद भी बोझा ढोने जैसे https://lokhitkhabar.com/