अथर्वा प्राण सूत्र् टेलीपैथी व ब्रह्मास्त्र प्रयोग् मंत्र: ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ओं स्वाहा॥ में भी साधना करना चाहती हू। आचार्य जी एक दो वूजुर्ग साधकों से में मिली हूं। उन्होंनों शाबर मत्रं दिये थे परन्तु वह क्या सच में https://baglamukhi33085.ageeksblog.com/31349863/not-known-details-about-baglamukhi-shabar-mantra